नमस्कार मित्रों। Brahmand Tak Blogs में आपका स्वागत है। दोस्तों अगले साल 2022 में यूपी सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने है ऐसे में सबसे ज्यादा चर्चा है उत्तर प्रदेश के चुनाव की। Achievements Of Yogi Government | 2022 Election आज हम योगी सरकार के साढ़े 4 साल के शासन की समीक्षा करेंगे और आपको बताएंगे की साढ़े 4 साल में कितना बदला यूपी, विकास हुआ या घोटाले, दंगे हुए या सुशासन रहा, कितने एम्स हॉस्पिटल बने कितने एयरपोर्ट बने कितने एक्सप्रेस वे बने , इकोनॉमी में कितना इजाफा हुआ और कौन है 2022 में यूपी के मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार !
Achievements Of Yogi Government | 2022 Election |
एयरपोर्ट
Noida International Airport |
अगर आप योगी आदित्यनाथ जी के समर्थक है तो आप एयरपोर्ट के मामले में उनकी तारीफ करेंगे ही करेंगे परंतु यदि आप योगी जी के कट्टर आलोचक हैं तो भी आपको उनकी तारीफ करनी पड़ेगी क्योंकि आप में शर्म है और जो बेशर्म है उनका तो कुछ नहीं कर सकते। 2017 से पहले और 2017 के बाद का ये अंतर देख कर शायद आप चौंक जायेंगे पर यह सच्चाई है।
2017 से पहले उत्तर प्रदेश में कुल 4 एयरपोर्ट फंक्शनल थे और आज 9 एयरपोर्ट फंक्शनल है जिनमें से 3 एयरपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय है और 6 एयरपोर्ट राष्ट्रीय स्तर के है। पर योगी सरकार दस नए एयरपोर्ट और बना रही है जिस से आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में 18 से ज्यादा एयरपोर्ट होंगे जिनमें 5 एयरपोर्ट अंतर्राष्ट्रीय स्तर के होंगे। नोएडा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। अब विकास का अनुमान आप खुद लगा लीजिए इस अकेले बंदे ने अपने छोटे से कार्यकाल में उतने एयरपोर्ट प्रदेश को दे दिए जितने 70 सालो में इतनी सरकार नहीं दे पाई। फर्क आपको साफ नजर आएगा आखिर पिछली सरकार एयरपोर्ट बनाती तो उनके हाईफाई बंगले कैसे बनते देश की जनता को कैसे लूट ते उनके बच्चे लंदन में कैसे पढ़ते। सोच ईमानदार हो तभी काम दमदार होते हैं।
एक्सप्रेस वे
मायावती ने यमुना एक्सप्रेस वे (165 km) बनवाया था जिसको उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान खूब भुनाया। अखिलेश बाबू ने भी आगरा - लखनऊ एक्सप्रेस वे (302 km) बनवाया जिसको उन्होंने 2017 के चुनाव में खूब भुनाया। अब योगी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस वे ( 341 km) बनवाकर प्रदेश की जनता को नई सौगात दी है साथ ही गंगा एक्सप्रेस वे ( 600 km) का काम भी तेजी से चल रहा है जो की 2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा तथा बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे (296 km) का 75 फीसदी काम पूरा हो चुका है जो बहुत जल्दी बनकर तैयार हो जाएगा। गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे (90 km) का भी काम लगभग पूरा होने वाला है। बलिया लिंक एक्सप्रेस वे का भी काम चालू है।
अब आप खुद देख लीजिए अंतर साफ है जहां बुआ बबुआ ने प्रदेश को एक एक एक्सप्रेस वे दिया वही योगी सरकार ने प्रदेश को 5 एक्सप्रेसवे दिए जिनमे से दो एक्सप्रेसवे भारत के सबसे बड़े एक्सप्रेस वे है।
मेडिकल सुविधा
अब भैया जिनकी योगी जी से जलती है ना वो कृपया करके बर्नोल साथ लेकर बैठे। अब देखिए उन्होंने काम किया है तो तारीफ तो करनी ही पड़ेगी। 2017 तक यूपी में 23 करोड़ लोगो के लिए सिर्फ 12 मेडिकल कॉलेज थे और इधर योगी जी ने केवल 4 साल में 30 नए मेडिकल कॉलेज बना दिए और अब यूपी में कुल 42 मेडिकल कॉलेज होंगे। यानी 70 साल में केवल 12 और सिर्फ 4 साल में 30। मतलब आप समझ ही गए हो ना पिछली सरकारे क्या करती थी। समझना क्या है इसमें जिनको दिखता है और जो देख रहे है, उनको तो समझ आ ही रहा होगा पर जिन्होंने आंखे ही बंद कर रखी है, ये सब देखना ही नहीं चाहते, मैने पहले भी कहा था की ऐसे लोगो का कुछ नही किया जा सकता। दो एम्स हॉस्पिटल गोरखपुर और रायबरेली में संचालित हो चुके है जबकि 4 का काम चल रहा है। आज तक किसी ने सोचा नहीं होगा की कोई सरकार इतना काम भी कर सकती है।
उत्तर प्रदेश में दो मेडिकल यूनिवर्सिटीज बनाई जा रही है। लखनऊ में अटल बिहारी वाजपेई चिकित्सा विश्वविद्यालय और गोरखपुर में महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य जारी है।
एलपीजी कनेक्शन तथा आवासीय योजनाएं
अखिलेश सरकार ने अपने कार्यकाल में कुल 55 लाख गैस कनेक्शन वितरित किए जबकि योगी जी ने साढ़े चार साल में 1.67 करोड़ गैस कनेक्शन वितरित किए गए। अंतर साफ है योगी जी हर मामले में इनसे कई गुना ज्यादा बेहतर है।
अब एक नजर आवास योजनाओं पर डाल लेते हैं।
मायावती सरकार - 16 लाख आवास
अखिलेश सरकार - 13 लाख आवास
योगी सरकार - 42 लाख आवास
अंतर साफ दिख रहा है।
कानून व्यवस्था
आप तो जानते ही हैं कि अखिलेश सरकार में उत्तरप्रदेश में गुंडाराज था। लॉ एंड ऑर्डर की बैंड बजा रखी थी इन लाल टोपी वालो ने , आतंकवादियों को छुड़वाने की वकालत किया करते थे ये लोग। नौकरी से लेकर पोस्टिंग और ट्रांसफर तक धांधली चलती थी बोलिया लगती थी मन चाही पोस्टिंग के लिए। देश में सबसे ज्यादा दंगे उत्तरप्रदेश में हुए , गुंडे और माफिया लोग खुले घूमते थे, पुलिस से आम जनता परेशान थी। पर 2017 के बाद उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की तस्वीर बदल दी सरकार ने। अब हर कोई सुरक्षित महसूस करता है। पहले बेटियां शाम को भी बाहर निकलने से डरती थी आज रात को भी नही डरती। दंगे नही हो रहे क्यों की सरकार दंगे का हर्जाना दंगईयो से ही भरवाती है। महिलाओं को तुरंत न्याय दिलाए जाने को लेकर 218 नए फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की गई है । प्रदेश के सभी 1535 थानों में पहली बार महिला हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है।
अपराध और अपराधियो के गढ़ कहे जाने वाले उत्तर प्रदेश में आज अपराधी अपराध करने से पहले कम से कम 10 बार सोचता है।
माफियाओं की अवैध ढंग से अर्जित 1866 करोड़ से अधिक की संपत्तियां जब्त की गई। इसी सरकार ने अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलाकर अतिक्रमण पर शिकंजा कसा। FCR के द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार यदि वर्ष 2016 की 2020 से तुलना की जाए तो डकैती में 70.1 फीसदी, लूट में 69.3 फीसदी, हत्या में 29.1 फीसदी,दहेज मृत्यु में 11.5 फीसदी, अपहरण में 35 फीसदी और बलात्कार में 52 फीसदी की कमी आई है।
लखनऊ में पुलिस फोरेंसिक यूनिवर्सिटी का निर्माण किया जा रहा है। प्रत्येक जनपद में साइबर सेल व जोन में साइबर पुलिस थाने की स्थापना की गई। 150 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए, 3427 अपराधी घायल हुए, गैंगस्टर एक्ट में 44759 अभियुक्त गिरफ्तार एवं 630 अभियुक्त रासुका में निरुद्ध किए गए।
11 हजार 864 इनामी अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है।
अर्थव्यवस्था
गरीब और बीमारू राज्य की छवि प्राप्त उत्तर प्रदेश आज भारत की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। 2019-20 में उत्तरप्रदेश जीएसडीपी (सकल राज्य घरेलू उत्पाद) की लिस्ट में 5वें नंबर पर था और 2020-21 में गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक को पिछाड़ कर दूसरे नंबर पर आ गया है। ये ग्रोथ यूपी ने तब की है जब सारा देश और तमाम दुनिया कोविड-19 की वजह से अर्थव्यवस्था की मार झेल रहे थी। यहां तक कि WHO ( विश्व स्वास्थ्य संगठन) ने भी कोविड के दौरान योगी सरकार के मैनेजमेंट की खूब तारीफ की थी। प्रदेश की जीएसडीपी 4 साल में डबल हो गई। 2016-17 में जहा दस लाख करोड़ थी वही 2020-21 में 19.5 लाख करोड़ हो गई जो 2021-22 में 22 लाख करोड़ पार कर जाएगी। दूसरी और CMIE ( Center For Monitoring Indian Economy की एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश की बेरोजगारी दर 17.5% से 4.1% पर आ गई। एक चीफ मिनिस्टर क्या कर सकता है ये बड़े ही फिल्मी अंदाज में योगी जी ने करके दिखाया है।
किसान कल्याण
योगी सरकार ने वो किया जो लोग वादा करके भी नही करते। योगी सरकार ने अपने शासनकाल में प्रदेश के 86 लाख किसानों का 36000 करोड़ का कर्ज माफ किया है। वही MSP में लगभग दुगुनी बढ़ोतरी की है। गन्ना किसानों का 1.44 लाख करोड़ का भुगतान किया। खांडसारी इकाइयों को निशुल्क लाइसेंस जारी किया गया। 435 लाख मीट्रिक टन खाद्यान्न खरीद कर किसानों को 79000 करोड़ का भुगतान किया। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में दो करोड़ 53 लाख 98 हजार किसानों को 37,388 करोड़ हस्तांतरित किए।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों को 2376 करोड़ का हर्जाना दिया गया।
किसानों को 4 लाख 72 हजार करोड़ फसली ऋण का भुगतान किया गया। 45 कृषि उत्पाद मंडी शुल्क से मुक्त किए गए तथा मंडी शुल्क एक प्रतिशत घटाया गया। 220 मंडियों का आधुनिकीकरण किया गया साथ ही 291 ई नाम मंडी की स्थापना की गई।
महिला कल्याण
बात अगर महिलाओं के सुरक्षा की जाए तो योगी सरकार शुरू से ही महिला सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध रही है। महिलाओं से होने वाली गुंडागर्दी तथा छेड़छाड़ को रोकने के लिए योगी जी ने आते ही एंटी रोमियो स्क्वैड का गठन किया गया। महिलाओं को तुरंत न्याय दिलाने के लिए 218 नए फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की गई है तथा 81 नए मजिस्ट्रेट स्तर के न्यायालय और 81 अपर सत्र की स्थापना की गई है।
योगी सरकार ने बालिकाओं की स्नातक स्तर तक की शिक्षा पूरी तरह से मुफ्त की। सीएम कन्या सुमंगला योजना से 9 लाख 36 हजार बेटियो को लाभ मिला है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत 1 लाख 52 हजार से अधिक निर्धन कन्याओं का विवाह करवाया गया है। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत 1 करोड़ 80 लाख बच्चियां लाभान्वित हुईं हैं।
बात अगर महिलाओं के रोजगार की आती है तो करीब 10 लाख स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 1 करोड़ महिलाओं को रोजगार दिया गया है। इसकी तुलना अगर बुआ और बबुआ की सरकार से की जाए तो स्वयं सहायता समूह के माध्यम से मायावती सरकार में मात्र 1,17,805 तथा अखिलेश सरकार में मात्र 1,10,113 महिलाओं को रोजगार दिया गया था। अब आप खुद अनुमान लगा लीजिए कहां 1 लाख और कहां एक करोड़। योगी सरकार में 52 हजार महिलाए बैंक सखी के रूप में भी नियुक्त की गई है।
सड़क जाल
योगी सरकार के राज में 14,471 किमी सड़कों का चौड़ीकरण/सुदृढ़ीकरण हुआ, 3,49,274 किमी सड़कों को गड्ढामुक्ति किया गया तथा 15,286 किमी नई सड़कों का व 925 छोटे-बड़े पुलों का निर्माण करवाया गया है। 124 लॉन्ग ब्रिज, 54 रेल फ्लाइओवर का अप्रोच मार्ग पूरा, 355 छोटे पुल निर्माणाधीन है।
तहसील मुख्यालयों व ब्लॉक मुख्यालयों को दो लेन सड़क मार्ग से जोड़ने का कार्य प्रगति पर है।
Achievements Of Yogi Government | 2022 Election प्रदेश की सीमा से सटे राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सीमा से लिंक होने वाली 82 सड़को के लिए 1759 करोड़ रुपये की लागत से 929 किमी लंबाई की सड़को का कार्य निर्माणाधीन है। दस शहरों, नोएडा, लखनऊ, गाजियाबाद, कानपुर, आगरा, मेरठ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज तथा झांसी में मेट्रो रेल परियोजना शुरू की गई है।
कौन है 2022 में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार
चलिए अब देखते है की जनता 2022 में किसको पहनाएगी मुख्यमंत्री का ताज? किसके हाथों में सौंपेगी प्रदेश का भविष्य? उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 404 सीट है। 2017 में विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 311 सीटों पर जीत दर्ज की। हालांकि तब चुनाव से पहले बीजेपी का मुख्यमंत्री उम्मीदवार भी घोषित नहीं हुआ था। जनता ने गुंडागर्दी, बिगड़ी हुई कानून व्यवस्था, तथा विकास के काम न होने के खिलाफ सत्ताधारी समाजवादी सरकार को उखाड़ फेंका और विकास, कानून व्यवस्था, और राम मंदिर जैसे मुद्दों के लिए बीजेपी की सरकार चुनी। और योगी सरकार जनता से किए अपने वादों पर बिल्कुल खरी उतरी है। इन पांच सालो में योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता भी काफ़ी बढ़ी है। जाहिर है जनता का झुकाव बीजेपी की तरफ ही होगा और इस बार योगी आदित्यनाथ जी महाराज के नेतृत्व में बीजेपी अकेली 320+ सीट लेकर आएगी।
Achievements Of Yogi Government | 2022 Election आशा करता हूं आपको मेरी यह पोस्ट अवश्य पसंद आई होगी। इसे अपने दोस्तो के साथ अवश्य शेयर करे और खासकर जो पूछते है कि योगी ने साढ़े चार साल में क्या किया है। हमारी ब्लॉग्स की ताजा अपडेट पाने के लिए 🔔 आइकॉन पर क्लिक करे और नोटिफिकेशन Allow करें। जय हिंद जय भारत 🇮🇳