दोस्तो आज में एक ऐसी बात बताने जा रहा हूं जो आप में से बहुत कम लोगो ने सुनी होगी। दोस्तो जब कभी आप विश्व मानचित्र देखते हो तो आपने ध्यान दिया होगा की रूस का क्षेत्रफल चीन के क्षेत्रफल से लगभग 4-5 गुना बड़ा लगता है।
जैसे की आप वर्ल्ड मैप में साफ देख सकते है की रूस चीन से लगभग 4-5 गुना बड़ा ,लेकिन क्या ये सच है? नहीं।
4-5 गुना तो बहुत दूर की बात है , रूस चीन का दो गुना भी नही है। आपको विश्वास नहीं हो रहा होगा पर यही सच्चाई है। चीन का एरिया 9,596,960 वर्ग किलोमीटर है जबकि रूस का एरिया 17,098,242 वर्ग किलोमीटर है।
फिर आखिर क्यों इस मैप में रूस इतना बड़ा दिखाई दे रहा है है , आखिर क्या कारण है इसका? आपके हर सवाल का जवाब दिया जायेगा।
दोस्तो जो ये मैप हम पढ़ते है वो है मर्केटर मैप । वर्ल्ड मैप के इस प्रकार के प्रोजेक्शन को मर्केटर प्रोजेक्शन भी कहते है। इसके अनुसार वो देश जो उतरी ध्रुव तथा दक्षिणी ध्रुव के पास स्थित है वो उन देशों से जो इक्वेटर के पास स्थित है , की तुलना में काफी बड़े दिखाई देते है। यूरोपियन देश इस प्रोजेक्शन को कमर्शियल आवागमन में उपयोग में लेते थे क्योंकि इस से आसानी से ध्रुवीय देशों के मार्गो को सीधी रेखा से प्रोजेक्ट किया जा सकता था।
एक अन्य प्रकार का प्रोजेक्शन जिसमे देशों को उनके असली क्षेत्रफल के अनुसार प्रोजेक्ट किया जाता है, को पीटर प्रोजेक्शन कहा जाता है।
दोस्तो एक वेबसाइट है जो किसी भी देश का एरिया वर्ल्ड के विभिन्न हिस्सों के सापेक्ष दिखाता है जैसे की रूस अगर मिडिल एशिया में होता तो उसका एरिया कितना दिखाई देता। यह वेब साइट है The True Size
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